मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग का 31वां स्थापना दिवस सम्पन्न – ‘‘साइबर सुरक्षा एवं मानव अधिकार’’ विषय पर हुई विचार गोष्ठी।
भोपाल, 13 सितंबर।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग का 31वां स्थापना दिवस शनिवार को आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में ‘‘साइबर सुरक्षा एवं मानव अधिकार’’ विषय पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम के साथ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय लोकायुक्त न्यायमूर्ति सत्येंद्र कुमार सिंह रहे। उन्होंने कहा कि डिजिटल स्पेस में मानव अधिकारों का संरक्षण एक बड़ी चुनौती है। इस अवसर पर उन्होंने आयोग की विषय आधारित स्मारिका ‘‘साइबर सुरक्षा एवं मानव अधिकार’’ का विमोचन तथा आयोग की नवीन वेबसाइट www.hrc.mp.gov.in का लोकार्पण किया।
मुख्य वक्ता के रूप में सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता एन.एस. नप्पिनाई ने कहा कि साइबर डोमेन में सब एक-दूसरे की नजर में रहते हैं, ऐसे में निजता और स्वतंत्रता की रक्षा बेहद आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि कृष्ण शास्त्री पेंड्याला, कार्यकारी निदेशक, PwC इंडिया, हैदराबाद ने डी-कॉमर्स के दौर में मानव अधिकार संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं प्रो. अतुल पाण्डेय, निदेशक, राजीव गांधी साइबर लॉ सेंटर, एनएलआईयू भोपाल ने ‘‘प्रगति के पांचवें सोपान’’ में डिजिटल सुरक्षा उपायों की अहमियत बताई।
कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव कुमार टंडन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि डेटा सुरक्षा सीधे तौर पर निजता के अधिकार से जुड़ी है। साइबर बुलिंग, फर्जी खबरें और ऑनलाइन शोषण मानवाधिकारों के लिए गंभीर खतरा हैं। उन्होंने दो युवाओं – तेजस्वी मनोज (‘‘शील्ड सीनियर्स’’ वेबसाइट के संस्थापक) और Roul John Aju (AI Realm Technologies के संस्थापक) का उदाहरण देते हुए कहा कि युवा वर्ग साइबर सुरक्षा और तकनीकी नवाचार के माध्यम से समाज को नई दिशा दे रहा है।
कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन आयोग के प्रमुख सचिव मुकेश चंद गुप्ता ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन उप सचिव डी.एस. परमार ने किया। संचालन आकाशवाणी की तदर्थ उद्घोषिका सुनीता सिंह ने किया।
इस अवसर पर आयोग के पूर्व पदाधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी, विधि संकाय के प्राध्यापक-विद्यार्थी, विभिन्न विभागों एवं संस्थानों के प्रतिनिधि तथा आयोग के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
आपको यह भी पसंद आ सकता है
Loading...
कोई टिप्पणी नहीं: