राघोगढ़।
प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता की दिशा में चलाई जा रही मिट्टी गणेश – सिद्ध गणेश अभियान ने जन-जन तक पहुँच बनानी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपाध्यक्ष मोहन नागर और कार्यपालक निदेशक महोदय के आह्वान पर यह अभियान समाज में पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से बनी मूर्तियों के स्थान पर ईको फ्रेंडली मिट्टी के गणेश को स्थापित करने का संदेश दे रहा है।
इसी तारतम्य में आज दिनांक 22 अगस्त 2025 को मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद राघोगढ़ ब्लॉक द्वारा स्थानीय डिग्री कॉलेज परिसर में विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। माटी गणेश, सिद्ध गणेश अभियान अंतर्गत आयोजित इस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को मूर्तिकार प्रशिक्षक कुमारी पूजा प्रजापति एवं दीपक प्रजापति ने अपने मार्गदर्शन में भगवान गणेश की प्रतिमा बनाना सिखाया।
इस अवसर पर जिला समन्वयक मंजूषा सोलोमन ने कहा – “मिट्टी गणेश सिद्ध गणेश अभियान केवल धार्मिक पहल नहीं बल्कि पर्यावरण और जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम है। जब छात्र-छात्राएं स्वयं अपने हाथों से ईको फ्रेंडली गणेश बनाते हैं तो यह आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय उदाहरण बनता है।” उन्होंने यह भी अपील की कि प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष, सचिव और सभी परिवारजन अपने घरों में मिट्टी गणेश स्थापित कर इस अभियान को सफल बनाएं।
ब्लॉक समन्वयक लोकेंद्र सिंह ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि और उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों और ग्राम स्तर तक इस जागरूकता अभियान को फैलाना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य माया परसते, नवांकुर समिति के सुरेश केवट, ललित जैन, सोनू बैरागी, भगत सिंह, मेंटर देवेंद्र यादव, महेश शर्मा, जगदीश बैरागी और चैन सिंह धाकड़ सहित प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष, सचिव एवं नवांकुर समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।
यह अभियान न केवल आस्था से जुड़ा हुआ है बल्कि प्रकृति और संस्कृति दोनों को जोड़ने वाला संदेश भी दे रहा है। यदि हर घर में मिट्टी गणेश विराजेंगे तो यह न केवल पर्यावरण को प्रदूषण से बचाएगा बल्कि समाज में सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन की दिशा में भी बड़ा कदम साबित होगा।
👉 यह पहल निश्चित रूप से प्रदेश सरकार के मिट्टी गणेश सिद्ध गणेश अभियान को सार्थकता प्रदान करेगी।
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