राजगढ़ जिले की पुलिस ने अंतरजिला स्तर पर सक्रिय हाईवे ट्रक कटिंग गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अब तक इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 03 आरोपी अब भी फरार हैं। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने करीब 61 लाख 64 हजार रुपये मूल्य का चोरी का माल (मशरुका) बरामद किया है।
देवास-शाजापुर जिले के पीपलरावा, पम्पापुर और मखावद के युवाओं ने इस गिरोह को संगठित रूप से तैयार किया था। गिरोह के सदस्य रात के समय चलते ट्रकों से कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्लास्टिक के दाने, कीटनाशक दवाएं, मिक्सर-ग्राइंडर, कॉस्मेटिक उत्पाद और अन्य सामग्री की चोरी करते थे।
एक टीम ट्रक पर चढ़कर तिरपाल और ताला काटकर माल नीचे गिराती थी।
दूसरी टीम मोटरसाइकिल और पिकअप से पीछे-पीछे चलकर सामान समेट लेती थी।
तीसरी टीम पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखकर लोकेशन की सूचना देती थी।
लगातार वारदातों से परेशान होकर 14 ट्रक चालकों ने अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी (आईपीएस) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.एल. बंजारे और एसडीओपी सारंगपुर अरविंद सिंह के मार्गदर्शन में विशेष टीमों का गठन किया गया। लगभग एक महीने तक दिन-रात निगरानी, साइबर तकनीक, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने गिरोह तक पहुंच बनाई।
अब तक गिरफ्तार प्रमुख आरोपियों में प्रमोद कंजर, सुमेश हाड़ा, निखिल उर्फ कालू, जहीर खां, जमील मेवाती, राशिद खां और पंकज तलेनी शामिल हैं। हाल ही में पकड़े गए आरोपियों में मिथुन कंजर (जिसके खिलाफ पूर्व में 24 प्रकरण दर्ज हैं), आकाश, गोविंद, देवसिंह, दीपक, डिब्बू उर्फ यश और अजय शामिल हैं।
फरार आरोपियों में आशु, रितिक और विकास के नाम सामने आए हैं।
बरामदगी
पुलिस ने दो चरणों में कार्रवाई कर कुल 61.64 लाख रुपये का मशरुका जब्त किया।
पहले चरण में: पिकअप, ब्रेज़ा कार, हुंडई आई-10, मोटरसाइकिलें, कपड़े, टीवी, वॉशिंग मशीन और अन्य सामग्री – कुल कीमत लगभग 30.15 लाख।
हाल ही में: 65 गठानें साड़ियां, लेडीज सूट, फ्रिज, एलईडी टीवी, वॉशिंग मशीन, मिक्सर-ग्राइंडर, कॉस्मेटिक सामग्री, प्लास्टिक के दाने, कीटनाशक दवाएं और मोटरसाइकिलें – कुल कीमत 31.49 लाख।
इस कार्रवाई में निरीक्षक उमाशंकर मुकाती, अखलेश वर्मा, आकांक्षा शर्मा (थाना प्रभारी सारंगपुर), कर्मवीर सिंह (थाना प्रभारी करनवास), योगेंद्र मरावी, अनिल राहोरिया, जितेंद्र अजनारे, विकास राठौर, दीपक परमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल एवं साइबर सेल के जवानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
वहीं राजगढ़ पुलिस की इस सफलता ने न केवल एक बड़े गिरोह को खत्म किया, बल्कि हाईवे पर आवागमन करने वाले ट्रक चालकों और परिवहन कारोबारियों में भी सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है और उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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